हरियाणा में पानीपत के तहसील कैंप गांव बिचपड़ी में राधा फैक्ट्री के पास गुरुवार सुबह यहां एक घर में गैस सिलेंडर लीक हो गया। जिससे पूरा घर आग की चपेट में आ गया और जिंदा जल गया। मौके पर घर के अंदर पति-पत्नी और 4 बच्चे मौजूद थे। जानकारी के मुताबिक गैस रिसने की वजह से ये हादसा हुआ है। सुबह जिस वक्त गैस सिलेंडर में आग लगी, परिवार वाले खाना बनाने की तैयारी कर रहे थे। आग इतनी तेजी से फैली कि सभी बैड पर पड़े ही कंकाल हो गए। उन्हें अंदर से बाहर निकलने या शोर मचाने तक का मौका नहीं मिला। हादसे का पता चलते ही वहां कोहराम मच गया। जब तक पड़ोसी वहां पहुंचे, तब तक सब कुछ जलकर खाक हो चुका था। पुलिस मौके पर पहुंचकर पूरी घटना की जांच कर रही है।

हादसा सिलेंडर फटने से नहीें लीकेज से हुआ
शुरूआती जांच के बाद एसपी शशांक कुमार सावन ने कहा कि हादसा सिलेंडर फटने से नहीं बल्कि लीकेज से हुआ है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। मौके पर फॉरेंसिक टीमें बुला ली गई हैं।
पूरा परिवार बिस्तर पर लेटे लेटे ही जल गया
गौरतलब है कि गांव बिचपड़ी में गुरुवार सुबह सात बजे गली नंबर चार में एक घर में सिलेंडर के रिसने के बाद आग लगने से एक ही परिवार के 6 लोगों की जलने से मौत हो गई। मरने वालों में दंपती समेत उनकी दो बेटी और दो बेटे शामिल हैं। मृतकों की पहचान अब्दुल करीम (50), उसकी पत्नी अफरोजा (46), बड़ी बेटी इशरत खातुन (17), रेशमा(16), अब्दुल शकूर (10) और अफान (7) के तौर पर हुई है। सभी मृतक उत्तर दिनाजपुर वेस्ट बंगाल के मूल निवासी थे। फिलहाल वे बधावा राम कॉलोनी, केसी चौक, गली नंबर 4 में रह रहे थे।

सुबह चाय बनाने के लिए आग जलाई तो धमाका हो गया
DSP मुख्यालय धर्मबीर खर्ब ने बताया कि सिलेंडर से गैस लीकेज हुई है। जैसे ही उन्होंने चाय बनाने के लिए आग जलाने की कोशिश की तो धमाके से आग लग गई। जिससे पूरे कमरे में आग फैल गई। हादसे की सूचना मिलने पर स्थानीय लोगों की मौके पर भीड़ जमा हो गई। वहीं, हादसे का पता लगने पर पुलिस, दमकल समेत तमाम टीमें मौके पर पहुंच गई। इस दौरान देखा कि सभी जिंदा जल कर कोयला बन चुके थे। पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है। किसी को भी घर के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। पूरे हादसे की जांच की जा रही है कि इनमें से कोई भी जिंदा क्यों नहीं बच सका। वहीं वह सारे पूरी तरह कैसे जिंदा जलकर राख हो गए।