हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद पिछले 2 ट्रेडिंग सेशन में अडाणी ग्रुप के स्टॉक्स के इन्वेस्टर्स को भारी नुकसान हुआ है। देश का सबसे बड़ा इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर ‘लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया’ (LIC) भी उन प्रभावित इन्वेस्टर्स में से एक है।
LIC को 2 दिन में 18,646 करोड़ रुपए का घाटा
अडाणी ग्रुप के शेयरों में LIC का 24 जनवरी को टोटल इन्वेस्टमेंट 81,268 करोड़ रुपए था, जो 27 जनवरी को गिरकर 62,621 करोड़ रुपए रह गया है। इस हिसाब से LIC को 2 ट्रेडिंग सेशन में करीब 18,646 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
अडाणी ग्रुप के शेयरों में LIC की 1% से ज्यादा हिस्सेदारी
ACE इक्विटी के पास अवेलेबल डेटा के मुताबिक, 31 दिसंबर 2022 तक LIC के पास अडाणी एंटरप्राइजेज, अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी पोर्ट्स, अडाणी टोटल गैस, अडाणी ट्रांसमिशन, अंबुजा सीमेंट्स और ACC में 1% से ज्यादा की हिस्सेदारी है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से अडाणी ग्रुप के शेयरों में आई गिरावट
पिछले 2 कारोबारी सेशन में अडाणी की सभी कंपनियों के शेयरों में 19% से लेकर 27% तक की गिरावट देखने को मिली। फॉरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की वजह से अडाणी ग्रुप के शेयरों में यह गिरावट आई। वहीं LIC को 24 जनवरी से अब तक यानी पिछले 2 ट्रेडिंग सेशन में अडाणी ग्रुप के शेयरों में अपने टोटल निवेश में से करीब 18,646 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
1 दिन में 10 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 4 लाख करोड़ रु. घटा
वहीं अडाणी ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 27 जनवरी को 4 लाख करोड़ रुपए घटकर 15 लाख करोड़ रुपए रह गया है। 24 जनवरी को ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 19 लाख करोड़ रुपए था। इस बीच पिछले 2 कारोबारी सेशन में बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स BSE सेंसेक्स भी 1,647 अंक या 2.70% गिरकर 59,330.90 पर आ गया।
मार्केट मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप भी लगाया
इतना ही नहीं फॉरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप पर कई दशकों से मार्केट मैनिपुलेशन, अकाउंटिंग फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग करने का भी आरोप लगाया है। शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने कहा कि वो यूएस-ट्रेडेड बांड और नॉन इंडियन ट्रेडेड डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए अडाणी ग्रुप के शेयरों में शॉर्ट पोजीशंस रखेगी।