हिमाचल के जिला सोलन स्थित कसौली में केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (CDL) से भारत बॉयोटेक की इंट्रानेजल वैक्सीन ‘इनकोवैक’ के केवल तीन बैच को परीक्षण कर पास कर दिया गया है, जिसमें लगभग 7500 के करीब डोज हैं। बीते दिनों इस कंपनी की कोविड विरोधी वैक्सीन के कुल 6 बैच जिसमें लगभग 15 हजार के करीब डोज थे, क्वालिटी और कंट्रोल टेस्ट के लिए पहुंचे थे।
कोरोना ने पूरी दुनिया में जो तबाही मचाई, उससे हर कोई वाकिफ हो चुका है। ऐसे में कोरोना के खिलाफ वैक्सीन को सबसे अहम हथियार माना जा रहा है। बता दें कि किसी भी दवा को भारतीय बाजार में उतारने से पहले CDL कसौली से उसका पास होना आवश्यक है। जब तक दवा को लैब द्वारा पास नहीं किया जाता, तब तक दवा को भारत मे इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी जाती। भारत सरकार ने 23 दिसंबर को इस वैक्सीन की मंजूरी दी थी।
सबसे पहले नेजल वैक्सीन को प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध कराया जाएगा, जिसके लिए लोगों को पैसे देने होंगे। दिसंबर में भारत बायोटेक ने घोषणा की थी कि यह वैक्सीन सरकारी अस्पतालों में 325 रुपए में लगवाई जा सकेगी। वहीं, प्राइवेट अस्पतालों में इसके लिए 800 रुपए चुकाने होंगे। इस वैक्सीन के लिए कोविन पोर्टल से ही बुकिंग होगी।