कोहरे और ठंड की चपेट उत्तर भारत: 279 ट्रेनें कैंसिल, 100 से ज्यादा उड़ानों पर भी असर

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दिल्ली एनसीआर, उत्तराखंड, यूपी, बिहार, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान में घना कोहरे के चलते छाया हुआ है। रेल व हवाई यातायात पर असर पड़ा है। कम विजीबिल्टी के चलते रेलवे ने आज 279 ट्रेनें कैंसिल कर दी हैं जबकि 100 से ज्यादा उड़ाने लेट होने की खबर है। घने कोहरे के कारण मंगलवार को राजधानी दिल्ली में कई जगहों पर विजीबिल्टी 50 मीटर तक रह गई। इससे दिल्ली आने-जाने वाली 15 ट्रेनें देर से चलीं जबकि दो के टाइम में बदलाव करना पड़ा।

दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोहरे व कम विजीबिल्टी के कारण करीब 100 उड़ानों पर असर पड़ा। दो विमानों को जयपुर भेजा गया। हवाई अड्डा अधिकारियों के अनुसार मंगलवार तड़के स्पाइसजेट और इंडिगो की दो उड़ानों को जयपुर भेजा गया। इस सीजन में पहली बार उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा। 

सोमवार का दिन सबसे ठंडा रहा

हालांकि मंगलवार और आज बुधवार को धूप निकलने की वजह से न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि के चलते लोगों को भीषण सर्दी से कुछ राहत मिली है। राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। अधिकतम तापमान भी 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा। सोमवार को न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिल्ली में सोमवार इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा।

ठंड का दौर रहेगा जारी, नए साल में भी भीषण सर्दी के आसार
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और दिल्ली में कड़ाके की ठंड जारी रहेगी। इन इलाकों में कहीं घना तो कहीं बहुत घना कोहरा भी छाया रहेगा। उसके बाद शीतलहर से कुछ राहत मिल सकती है और कोहरे में भी कुछ कमी आने की उम्मीद है। राष्ट्रीय राजधानी समेत उत्तर भारत के अधिकांश शहर मंगलवार को भी पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवाओं से कांपते रहे। उसके बाद एक-दो दिन थोड़ी राहत की उम्मीद है। हालांकि नए साल का आगाज भीषण सर्दी से होने के आसार हैं।

कल यहां बर्फबारी का अनुमान
पश्चिमी विक्षोभ के चलते 29 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर, लेह और हिमाचल में बर्फबारी होने की संभावना है। उत्तर पंजाब में कुछ जगहों पर बूंदाबांदी भी हो सकती है। तापमान में दो से तीन डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जाएगी। इसके चलते लोगों को 31 दिसंबर और 1 जनवरी को एक बार फिर भीषण शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। 

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