केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के कोविड गाइंडलाइंस को फालो करने के निर्देशों के बीच 107 दिन के बाद 3 हजार किमी का सफर तय करके राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा शनिवार को दिल्ली पहुंच गई है। कन्याकुमारी से चलकर राहुल ने पिछले 107 दिन में तीन हजार किलोमीटर की दूरी तय की है। दिल्ली में सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी राहुल की यात्रा में शामिल हो गई हैं। यहां राहुल ने कहा- मैंने RSS और BJP के लोगों से कहा है कि हम आपके नफरत के बाजार में प्यार की दुकान खोलने आए हैं। राहुल की यात्रा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बड़ी भीड़ पहुंची है। इस वजह से दिल्ली पुलिस ने दो दर्जन से ज्यादा जगह ट्रैफिक डायवर्ट किया है। वहीं, बदरपुर बॉर्डर से लाल किले तक हैवी ट्रैफिक रहने की संभावना जताई है। दिल्ली कांग्रेस के मुताबिक, यात्रा शनिवार को 23 किमी का सफर तय करके शाम साढ़े चार बजे लाल किले पर समाप्त होगी। इसके बाद यात्रा में 9 दिन का ब्रेक रहेगा।

अटल बिहारी वाजपयी की समाधि पर भी जाएंगे
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी दिल्ली में अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि स्थल भी जाएंगे। इसके अलावा, राजघाट, शक्ति स्थल, वीर भूमि, शांति वन और विजय घाट जाने का भी प्लान है। वहीं कुछ देर के बाद सोनिया गांधी यात्रा से वापस हुईं तो राहुल ने उन्हें कार में बिठाया। इसके अलावा यात्रा में भगवान वाल्मीकि की तस्वीर लेकर बड़ी संख्या में दलित समाज के लोग भी शामिल हुए
एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए रूके राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए यहां अपोलो अस्पताल के पास अपनी भारत जोड़ो यात्रा रोक दी। एंबुलेंस को निकलवाने के लिए वह कुछ देर रुके। उन्होंने साथी यात्रियों से एंबुलेंस को रास्ता देने को भी कहा। राजधानी में अपोलो अस्पताल के पास सुबह करीब साढ़े आठ बजे एक एंबुलेंस आई थी। भारत जोड़ो यात्रा पहले ही लगभग 3,000 किलोमीटर की दूरी तय कर चुकी है और जनवरी के अंत में जम्मू और कश्मीर में समाप्त होने से पहले कुल 3,570 किलोमीटर की यात्रा करते हुए 12 राज्यों को कवर करेगी।
बीजेपी नफरत फैलाती है, हम प्यार फैलाते हैं
- इस दौरान राहुल गांधी ने तीन बातों पर जोर दिया। बीजेपी नफरत फैलाती हैं, हम प्यार फैलाते हैं। हम सभी भारतीयों को गले लगाते हैं। हर भारतीय को देश में प्यार फैलाने के लिए एक छोटी सी दुकान खोलनी चाहिए। भारत जोड़ो यात्रा में कहीं नफरत नहीं है। इस यात्रा में कोई गिरता है तो सब लोग उसको उठा देते हैं। मदद करते हैं सभी, यही सच्चा हिंदुस्तान है। आप किसी से भी पूछिए कि क्या इस यात्रा में किसी से धर्म पूछा गया? अमीर और गरीब का अंतर किया गया? तो जवाब मिलेगा- नहीं। इस यात्रा में सिर्फ मोहब्बत है।