पैंसिल के एक छिलके के गले में फंसने की वजह से 6 साल की मासूम बच्ची अर्तिका जान चली गई। मामला उत्तर प्रदेश के हमीरपुर का है, जहां कक्षा एक में पढ़ने वाली 6 साल की मासूम मुंह में कटर रखकर पैंसिल छील रही थी। इस दौरान पैंसिल का छिलका उसके सांस नली में फंस गया। जिससे उसकी मौत हो गई। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में कक्षा एक में पढ़ने वाली 6 साल की छात्रा की गले में पैंसिल का छिलका फंसने से मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक छिलका फंसने से बच्ची का दम घुट गया। बता दें कि छात्रा अपने बहन भाईयों के साथ छत पर बैठकर पढ़ाई कर रही थी और पैंसिल छीलने के लिए उसने मुंह में कटर फंसाया। पैंसिल का छिलका उसके मुंह में चला गया। गले में फंसने पर उसकी सांसें रुकने लगी।
परिजन उसे सीएचसी लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। कोतवाली क्षेत्र के पहाड़ी वीर गांव में रहने वाले नंदकिशोर ने बताया कि बुधवार शाम उनका बेटा अभिषेक (12), और बेटियां अंशिका (8) और अर्तिका (6) छत पर पढ़ाई कर रहीं थीं। होमवर्क करने के लिए अर्तिका कटर मुंह में दबा कर पैंसिल छील रही थी। छिलका उसके मुंह में जाकर सांस नली में फंस गया। इसके बाद मासूम बच्ची जमीन पर गिरकर तड़पने लगी। मृत बच्ची गांव के प्राथमिक विद्यालय में क्लास एक की छात्रा थी। बच्चे की मां अनीता का रो-रो कर बुरा हाल है। डॉक्टर ने बताया कि परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है। इस घटना को लेकर एक न्यूज चैनल को सीएचसी डॉक्टर सत्येंद्र कुमार यादव ने बताया कि अगर बच्चों की एक्टिविटी पर नजर रखी जाए तो ऐसे हादसों से बचा जा सकता है।