नए साल के जश्न के बीच राजधानी दिल्ली में 20 साल की लड़की को करीब 4 किमी तक सड़क पर घसीटने के मामले में गुस्साए लोगों ने उप राज्यपाल (एलजी) का इस्तीफा मांगा है, वहीं इस मामले में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि CM अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लड़की के गुनाहगारों को सख्त से सख्त सजा मिलना चाहिए। हमारी बहन के साथ जो हुआ बहुत शर्मनाक है। इसके लिए उन्होंने एलजी से मुलाकात करके मामले पर बातचीत की है। हालांकि लड़की के साथ दरिंदगी की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ चुकी है, जिसमें लड़की कार के नीचे दबी हुई है और आरोपी उसे घसीटते हुए ले जा रहे हैं।
दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि ये एक्सीडेंट केस है और अभी इसमें रेप और मर्डर का केस नहीं दर्ज हो सकता। साथ ही पोस्ट-मॉर्टम का इंतजार किया जा रहा है। अपनी इस थ्योरी से दिल्ली पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है। पुलिस का कहना है कि ये जानलेवा एक्सीडेंट है लेकिन परिवार वाले इसे मर्डर कह रहे हैं। वहीं लड़की की मां का कहना है कि वह बहुत सारे कपड़े पहने थी लेकिन जब उसकी बॉडी मिली तो वह पूरी तरह नेकेड थी। एक भी कपड़ा नहीं था। ये कैसा एक्सीडेंट है?
कार के नीचे फंसी लड़की को घसीटते हुए ले गए, हड्डियां तक छिल गईं, शरीर पर नहीं था कोई कपड़ा
बता दें कि दिल्ली के कंझावला इलाके में 31 दिसंबर को कार सवार 5 युवकों ने 20 साल की एक युवती को टक्कर मार दी। हादसे के बाद युवक कार लेकर भागने लगे। लड़की कार के नीचे फंसी रही और करीब 4 किलोमीटर तक सड़क पर घिसटती रही। पुलिस के मुताबिक, उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने पांचों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। इन्हें आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। इधर, दिल्ली पुलिस की PRO सुमन अल्वा ने बताया कि कुछ चैनल इस केस में रेप और मर्डर की धाराओं को FIR में शामिल होने की खबर चला रहे हैं। यह गलत है। पीड़ित परिवार की भी मांग है कि इन धाराओं को भी जांच में शामिल किया जाए। मेडिकल बोर्ड बॉडी की अटॉप्सी करेगी। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

एलजी के ऑफिस के बाहर आप का प्रदर्शन
LG वीके सक्सेना के ऑफिस पर आप कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। आप ने LG, पुलिस कमिश्नर और सुल्तानपुरी के SHO को बर्खास्त करने की मांग की। हालांकि इस दौरान LG ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे आप कार्यकर्ताओं को खदेड़ने के लिए पुलिस को वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। इसके अलावा सुल्तानपुरी थाने के सामने परिवार वालों ने प्रदर्शन किया। पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
पोस्टमॉर्टम के लिए तीन सदस्यीय बोर्ड बना
पोस्टमार्टम करने के लिए तीन सदस्यीय बोर्ड बना। दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने पुलिस कमिश्नर से स्टेट्स रिपोर्ट मांगी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। आरोपियों का मेडिकल टेस्ट होगा ताकि पता चले कि वह नशे में थे या नहीं। आज ही कोर्ट में भी पेशी होगी।
आप विधायक की कार के सामने किया विरोध प्रदर्शन
आप विधायक और दिल्ली विधानसभा की डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान प्रदर्शन कर रहे अंजलि सिंह के परिवार से मिलने पहुंची। तो लोगों ने उनकी कार पर हाथ मार मारकर विरोध जताया। वहीं राखी ने मीडिया से बातचीत में कहा- ‘आरोपी BJP कार्यकर्ता हैं। इन्हें पुलिस बचा रही है। पुलिस BJP के दबाव में काम कर रही है। ये क्या तरीका है। परिवार को लड़की का शव क्यों नहीं दिखाया जा रहा।’
परिवार पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं, कहा- निर्भया जैसा केस
परिवार ने कहा- यह रेप के बाद मर्डर का मामला है। उसके कपड़े ऐसे ही नहीं फट सकते है। जब वह मिली, उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। हम चाहते हैं कि इस मामले की पूरी जांच हो। पीड़ित लड़की के मामा प्रेम सिंह ने कहा कि यह केस निर्भया जैसा है। हम न्याय चाहते हैं। इस मामले में निष्पक्ष जांच हो।
युवती की मां ने कहा- मेरी बेटी मेरे लिए सब कुछ थी। वह कल पंजाबी बाग में काम करने गई थी। वह शाम करीब साढ़े पांच बजे घर से निकली और कहा कि वह रात 10 बजे तक लौट आएगी। मुझे सुबह उसकी दुर्घटना के बारे में बताया गया था लेकिन अब तक मैंने उसका शव नहीं देखा।
पुलिस का दावा- यह सिर्फ हादसा है
DCP हरेन्द्र सिंह ने बताया कि कंझावला इलाका रोहिणी जिले का है। वहां एक कॉल आई थी, जिसमें बताया गया था कि एक कार से एक आदमी लटका हुआ है और खिंचा जा रहा है। इस पर वहां की पुलिस ने वेरिफाई किया तो कार का नंबर मिल गया। इसके बाद कार सवारों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि सुल्तानपुर इलाके में एक स्कूटी से एक्सीडेंट हुआ था। इसमें युवती कार के साथ खिंचती चली गई। ये पूरा मामला एक्सीडेंट का है। हदासे से लड़की की बॉडी क्षतविक्षत हो गई। लहूलुहान हो गई। मीडिया में ये खबर फैलाई गई कि यह सेक्शुअल असाल्ट और मर्डर है। यह बिलकुल गलत है।
चश्मदीद का दावा- कार का बेगमपुर तक पीछा किया
एक चश्मदीद दीपक ने दावा किया कि पीसीआर वैन को हादसे के बारे में बताने पर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दीपक नाम के इस व्यक्ति ने इंडिया टुडे को बताया कि वह सुबह सवा तीन बजे दूध की डिलीवरी का इंतजार कर रहा था, तभी उसने कार को महिला को घसीटते हुए देखा। दीपक बेगमपुर तक बलेनो कार के पीछे गया। पुलिस ने सुबह 5 बजे तक कार्रवाई नहीं की इस बीच दीपक ने पुलिस को फोन किया, लेकिन सुबह 5 बजे तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। PCR वैन की पुलिस होश में नहीं थी, इसलिए उन्होंने एक्शन लेने में इंटरेस्ट नहीं लिया।