आज दिल्ली नगर निगम के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव से पहले मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाने को लेकर सदन में हंगामा शुरु होने के बाद मेयर और डिप्टी मेयर के आज के चुनाव टाल दिए गए हैं। बता दें कि इस कारण शपथ दिलाने की प्रक्रिया को रोक दिया गया है। केवल एक ही मनोनीत पार्षद को शपथ दिलाई जा सकी है। बता दें कि इससे पहले आप और बीजेपी के सभी पार्षद, मनोनीत पार्षद और अधिकारी सिविक सेंटर स्टेट एमसीडी सदन पहुंचे। जैसे ही उपराज्यपाल द्वारा घोषित पीठासीन अधिकारी बीजेपी की सत्य शर्मा ने शपथ ग्रहण की और उसके बाद उप राज्यपाल द्वारा मनोनीत 10 पार्षदों के शपथ ग्रहण का सिलसिला शुरू हुआ, वैसे ही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की ओर से नारे लगने लगे। उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि पहले चुने हुए पार्षदों का शपथ ग्रहण होना चाहिए।
देखते ही देखते बीजेपी के पार्षदों की ओर से भी नारे लगने लगे और यह नारेबाजी हंगामा और मारपीट में तब्दील हो गई। मार्शल और सुरक्षा अधिकारी सदन में मौजूद पार्षदों को एक दूसरे से बचाने में जुट गए। एमसीडी सदन में लगातार हंगामे और नारेबाजी के चलते सदन अगली तारीख तक स्थगित कर दिया गया है। अभी तक तय नहीं हो पाया है कि चुनाव अब कब होगा।
गौरतलब है कि एमसीडी चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी ने पार्षद शैली ओबेरॉय को मेयर प्रत्याशी बनाया है जबकि भाजपा की ओर से रेखा गुप्ता मैदान में हैं। इससे पहले ही शपथ दिलाने को लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने विरोध जताना शुरू कर दिया। भाजपा-आप दोनों पार्टी के आगू आपस में ही भिड़ गए। आप ने विरोध जताया कि पहले भाजपा के पार्षदों को शपथ क्यों दिलाई जा रही है। इसी वजह से हंगामा हो गया। बता दें कि एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बहुमत से बड़ी जीत हासिल की थी।

भाजपा पार्षद कर रहे नारेबाजी
सदन में भाजपा पार्षद जवाबी नारेबाजी कर रहे हैं। वे दिल्ली सरकार और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नारे लगा रहे हैं। हालांकि दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के पार्षदों का कहना है कि मनोनीत पार्षद गैरकानूनी तरीके से सदन में भेजे गए हैं उनको शपथ नहीं दिलाई जानी चाहिए। मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाने के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सदन में हंगामा किया।
मतदान तेजी से कराने के लिए दो बॉक्स रखे
निगम सचिवालय ने मतदान तेजी से कराने के लिए दो बॉक्स रखे है। एमसीडी के इतिहास में पहली बार सभी पदों के लिए एक साथ मतदान कराने के साथ-साथ अलग-अलग रंग के मत पत्र छपवाए गए है। इससे पहले सभी पदों के लिए अलग-अलग मतदान हुआ है और मत पत्र सफेद रंग के छपवाए जाते थे।
मेयर पद के चुनाव के लिए सफेद रंग का मत
निगम सचिवालय ने महापौर पद के चुनाव के लिए सफेद रंग का मत पत्र छपवाया है, जबकि उपमहापौर पद के चुनाव में हरे रंग का मत पत्र होगा और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव में गुलाबी रंग के मत पत्र पर पार्षद अपनी प्राथमिकता दर्ज करेंगे।
एक साथ होगा मतदान
मेयर, डिप्टी मेयर व स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव में अलग-अलग रंग के बजाय एक साथ मतदान होगा मगर मतों की गणना अलग-अलग समय पर होगी। निगम सचिवालय ने समय की बचत के लिए सभी पदों के लिए एक साथ मतदान कराने के लिए निर्णय लिया है।