भाजपा ने 2023 में 9 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर आज से भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हो रही है। यह मंगलवार यानी 17 जनवरी तक चलेगी। मीटिंग शुरू होने से पहले दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोड शो कर रहे हैं जोकि शुरू हो चुका है।
कार्यकारिणी की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, सभी महासचिव, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, सभी प्रदेशाध्यक्ष और बाकी पदाधिकारी शामिल होंगे। भाजपा हेडक्वार्टर में सोमवार सुबह नड्डा की पदाधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी है।

रोड शो के बाद बैठक होगी शुरु
रोड शो के बाद कार्यकारिणी की बैठक शुरू होगी। इसमें 9 राज्यों के विधानसभा चुनाव की स्ट्रैटजी बनाई जाएगी। यह बैठक इसलिए भी अहम है, क्योंकि इसके महज हफ्तेभर बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल पूरा हो रहा है। हालांकि, लोकसभा चुनाव में करीब सालभर का ही वक्त बचा है, इसलिए ज्यादा संभावना इस बात की है कि नड्डा को 2024 तक का एक्सटेंशन दिया जा सकता है।
लगातार दूसरी बार अध्यक्ष बनने वाले तीसरे नेता हों सकते हैं नड्डा
अगर नड्डा को फिर से अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलती है, तो वे लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल करने वाले लालकृष्ण आडवाणी और अमित शाह के बाद तीसरे नेता हो सकते हैं। हालांकि, राजनाथ सिंह भी दो बार पार्टी अध्यक्ष बने थे, लेकिन उनका कार्यकाल लगातार नहीं था।
चुनाव के मद्देनजर बढ़ सकता है कार्यकाल
पार्टी अध्यक्ष का कार्यकाल बढ़ाए जाने की एक अहम वजह इसी साल के आखिर में होने वाले 9 विधानसभाओं के चुनाव भी हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर में भी मई-जून के बीच चुनाव कराए जाने के आसार हैं। अगर जेपी नड्डा के नाम पर किसी वजह से सहमति नहीं बनती है, तो भूपेंद्र यादव का नाम रेस में सबसे आगे है। वहीं, गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल को केंद्र में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने की पूरी संभावना है।
भाजपा के संविधान के मुताबिक भी अध्यक्ष का चुनाव संभव नहीं
तकनीकी तौर पर देखें, तो 2022 में भाजपा संगठन के चुनाव नहीं हो सके हैं, इसलिए जेपी नड्डा को ही लोकसभा चुनाव तक पद पर बने रहने को कहा जा सकता है। भाजपा के संविधान के मुताबिक कम से कम 50% यानी आधे राज्यों में संगठन चुनाव के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जा सकता है। इस लिहाज से देश के 29 राज्यों में से 15 राज्यों में संगठन के चुनाव के बाद ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होता हैं।
इन मुद्दों पर मीटिंग में होगा विचार
मीटिंग के दौरान गुजरात फॉर्मूले पर काम करने का निर्देश, राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष बदलने या कार्यकाल बढ़ाने पर फैसला,छत्तीसगढ़ में धर्म परिवर्तन को मुद्दा बनाने की प्लानिंग, कर्नाटक में RSS सुपर एक्टिव होगी,नॉर्थ ईस्ट के 4 राज्यों में लोकल लीडरशिप, चीन के खतरे पर चर्चा, विधानसभाओं के चुनावों पर चर्चा, जहां 93 लोकसभा सीटें हैं, आदि मुद्दों पर विचार होगा।