दिल्ली में 14 साल के बच्चे की उधार वापस न देने पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि नाबालिग उनकी दुकान से कपड़े भी उधार लेता था और पैसे नहीं देता था। जब वह उससे पैसे मांगते थे तो बहाना बनाकर पुलिस से झूठी शिकायत करने की धमकी देता था।
पुलिस ने बताया कि नाबालिग का शव 22 जनवरी को नाले में मिला है। नाबालिग मंजीत 8 जनवरी से घर से लापता था। 19 जनवरी को उसके माता-पिता ने थाने में शिकायत दर्ज की थी। पुलिस ने जांच शुरू की तो उन्हें एक शव मिला, जिसकी पुष्टि के लिए नाबालिग के माता-पिता को बुलाया गया तो पता चला कि वह उनके बेटे का शव है।
पुलिस के सामने आरोपियों ने कबूल किया
जांच में पुलिस को चार लोगों पर शक हुआ। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उन्होंने कबूल लिया कि नाबालिग की हत्या उन्होंने ही की है। आरोपियों में हर्षित, विक्रम, विपिन और पंकज हैं। हर्षित और विक्रम की डी ब्लॉक शाहबाद डेयरी में कपड़े की दुकान है।
एक दिन उन्होंने नाबालिग को दुकान पर बुलाया और पैसे वापस देने के लिए कहा। जब नाबालिग ने पैसे देने से मना किया तो उससे झगड़ा किया। काफी कहा सुनी हुई और नाबालिग को आरोपियों में से एक ने गोली मार दी।
तीन आरोपी मौके से फरार
पुलिस ने सभी आरोपी के खिलाफ IPC की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों में तीन लोग और शामिल हैं। चार लोगों की गिरफ्तारी कर ली गई है। तीन लोग फरार हैं। फिलहाल उनकी जांच की जा रही है।