पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) के वाइस चांसलर (VC) प्रोफेसर राज कुमार ने इस्तीफा दे दिया है। उनकी जगह DUI (डीन ऑफ यूनिवर्सिटी इंस्ट्रक्शन) रेणु विज को आज 16 जनवरी से ऑफिशिएटिंग VC बनाया गया है। वहीं जानकारी के मुताबिक, यूनिवर्सिटी के चांसलर एवं उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने VC का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
प्रोफेसर राज कुमार का इस्तीफा चांसलर जगदीप धनखड़ द्वारा मंजूर किए जाने और रेणु विज को ऑफिशिएटिंग VC बनाए जाने का एडिशनल एडवोकेट जनरल एवं सीनेटर सत्य पाल जैन ने स्वागत किया है। 23 जुलाई, 2018 को प्रोफेसर राज कुमार की VC के रूप में नियुक्ति हुई थी। इसके बाद 23 जुलाई, 2021 को उनका कार्यकाल आगे 3 साल के लिए बढ़ा दिया गया था।
डेढ़ साल का कार्यकाल बचा था
प्रोफेसर राज कुमार का अभी लगभग डेढ़ साल का कार्यकाल बचा हुआ था। इसी बीच उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक, बीती 10 जनवरी को प्रोफेसर राज कुमार ने इस्तीफा सौंपा था। जिसे चांसलर ने स्वीकार कर लिया। बता दें कि अपने कार्यकाल के अंतिम समय में उनके साथ काफी विवाद भी जुड़ गए थे।
क्या बोले सीनेटर सत्य पाल जैन
सीनेटर सत्य पाल जैन ने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी, स्टाफ, टीचिंग, नॉन-टीचिंग और स्टूडेंट्स पंजाब यूनिवर्सिटी के चांसलर और देश के उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के आभारी हैं। जिन्होंने बहुत ही ख़ूबसूरती के साथ स्थिति को संभाला और VC प्रोफेसर राज कुमार का त्यागपत्र तुरंत स्वीकार किया। वहीं पहली महिला VC के रूप में रेणु विज को नियुक्त किया।
भ्रष्टाचार पर समझौता नहीं
सत्य पाल जैन ने यह भी साफ किया कि भ्रष्टाचार पर किसी प्रकार का समझौता नहीं होगा। इसी सिद्धांत को लेकर वह आगे भी चलते रहेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि बीते समय में जो यूनिवर्सिटी की साख पर चोट आई है उससे चांसलर और वाइस चांसलर के साथ मिल कर निकल आएंगे। वहीं यूनिवर्सिटी को दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटी बनाने में सफल होंगे।
जल्द होगी स्थायी VC की नियुक्ति
जैन ने कहा कि यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर की नियुक्ति की कानून के मुताबिक तय प्रक्रिया है। UGC रेगुलेशन, 2018 के तहत एक सर्च कमेटी बनाई जाएगी। वह एप्लिकेशन मांगेगी। वह तीन अफसरों के पैनल की सिफारिश करेगी। इनमें से किसी एक को चांसलर की सिफारिशों के आधार पर जल्द वाइस चांसलर नियुक्त किया जाएगा।