फुटबॉल में अगर कोई खिलाड़ी खेल भावना से नहीं खेलता, तो उसे रेड कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया जाता है। ऐसे ही पिछले 8 साल में हमने नॉर्थ-ईस्ट के विकास में रुकावट बनी ताकतों को रेड कार्ड दिखाया है । तवांग में भारत-चीन झड़प के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिपुरा और मेघालय पहुंचे। रविवार को शिलांग में नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल (NEC) के 50 साल पूरे होने पर गोल्डन जुबली कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपने विचार दिए। इस दौरान प्रधानमंत्री मेघालय की ट्रेडिशनल ड्रेस पहनकर पहुंचे थे। उन्होने मौके पर संबोधित करते हुए कहा, हम भ्रष्टाचार, पक्षपात, भाई-भतीजावाद, हिंसा, नए प्रोजेक्ट को ठप करने और वोट बैंक की राजनीति को दूर करने के लिए ईमानदारी से कोशिश कर रहे हैं। लेकिन आप जानते हैं कि इन बीमारियों की जड़ें काफी गहरी होती हैं। इसलिए मिलकर इन्हें जड़ से उखाड़ना होगा।
‘देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी नॉर्थ ईस्ट में’
प्रधानमंत्री ने कहा- हम कतर फीफा वर्ल्ड कप में आज के खेल और मैदान पर विदेशी टीमों को देख रहे हैं। लेकिन मुझे देश के युवाओं पर भरोसा है। इसलिए मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि वह दिन दूर नहीं, जब हम भारत में भी इसी तरह का त्योहार मनाएंगे और तिरंगे का जयकारा लगाएंगे। उन्होंने कहा कि खेलों को लेकर केंद्र सरकार आज एक नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ रही है। इसका लाभ नॉर्थ ईस्ट के युवाओं को हुआ है। देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी नॉर्थ ईस्ट में है। हमने केंद्र सरकार की प्राथमिकताएं बदलीं, उसका सकारात्मक असर पूरे देश में दिख रहा है। इस साल केंद्र सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर पर 7 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। 8 साल पहले, यह 2 लाख करोड़ रुपए से भी कम था। कनेक्टिविटी का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा-डिजिटल कनेक्टिविटी से सिर्फ बातचीत, संवाद ही बेहतर नहीं होता, बल्कि इससे टूरिज्म से लेकर टेक्नॉलॉजी तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, हर क्षेत्र में सुविधाएं बढ़ती हैं, अवसर बढ़ते हैं।
पिछली सरकारों की अप्रोच ‘डिवाइड’ और हमारी ‘डिवाइन’
पीएम ने कहा कि केंद्र की पिछली सरकारों की डिवाइड नॉर्थ-ईस्ट अप्रोच थी और हमारी अप्रोच डिवाइन है। हमारे लिए नॉर्थ-ईस्ट के बॉर्डर एरिया अंतिम मील नहीं मुख्य स्तंभ हैं। हम सीमा से लगे गांवों के विकास के लिए वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। पिछली सरकारें सोचती थी कि अगर हम बॉर्डर एरिया का विकास करेंगे, तो दुश्मन देश को लाभ होगा, लेकिन हम बॉर्डर एरिया को मजबूत गढ़ बनाने जा रहे हैं। हम सीमावर्ती गांवों में बेहतर संपर्क, सड़कों आदि पर काम कर रहे हैं।
मोदी के नेतृत्व में नॉर्थ ईस्ट एक दिन बदलेगा
वहीं मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने कहा- पहले हमारे राज्य में सिर्फ 500 करोड़ रुपए आवंटित होते थे, आज हमारे राज्य के लिए 1500 करोड़ आवंटित होते हैं। इसका लाभ हर गांव में मिल रहा है। मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नॉर्थ ईस्ट एक दिन बदलेगा।
मेघालय के बाद त्रिपुरा जाएंगे PM
मेघालय से PM त्रिपुरा जाएंगे, जहां वह अगरतला में स्वामी विवेकानंद मैदान में एक जनसभा को संबोधित करेंगे और 4,350 करोड़ रुपए से ज्यादा की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। बता दें कि पीएम पूर्वोत्तर के लिए 6,800 करोड़ रुपए से ज्यादा की परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इन योजनाओं में आवास, सड़क, कृषि, दूरसंचार, IT, पर्यटन सहित कई क्षेत्र शामिल हैं।
BJP कोर कमेटी की बैठक में होंगे शामिल
इसके बाद ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ या PMAY – शहरी और ग्रामीण – योजनाओं के तहत दो लाख से ज्यादा लाभार्थियों के लिए ‘गृह प्रवेश’ कार्यक्रम शुरू करेंगे। इस दौरान वह विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से भी बातचीत करेंगे। भाजपा सूत्रों ने कहा कि वह त्रिपुरा में BJP कोर कमेटी की बैठक भी करेंगे।
त्रिपुरा और मेघालय में अगले दो महीनों में चुनाव
त्रिपुरा और मेघालय दोनों में अगले दो महीनों में चुनाव होने हैं और इसे भाजपा के लिए महत्वपूर्ण चुनाव के रूप में देखा जा रहा है। गुजरात में प्रचंड जीत के बाद भाजपा अपना ध्यान इन राज्यों पर केंद्रित कर रही है। सभी 8 पूर्वोत्तर राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री NEC समारोह में भाग ले रहे है, जिसे भाजपा एक अवसर मान रही है।
शाह बोले- मेघालय में AFSPA पूरी तरह से हटा लिया गया
गृह मंत्री ने कहा- आज, असम का 60% क्षेत्र AFSPA मुक्त है। मणिपुर के 6 जिलों के 15 पुलिस थानों की सीमा अब AFSPA मुक्त है। अरुणाचल प्रदेश का केवल एक जिला AFSPA में शामिल है। नगालैंड में इसे 7 जिलों से हटा लिया गया है और त्रिपुरा और मेघालय में AFSPA पूरी तरह से हटा लिया गया है।