खरमास के चलते बीते एक महीने से शादी-विवाह जैसे शुभ और मांगलिक कार्यों पर रोक लगी हुई थी। लेकिन 14 जनवरी को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही खरमास खत्म हो गया और शुभ कार्यों पर लगी पाबंदी हट गई। मकर संक्रांति के साथ ही खरमास का समापन हो गया है। खरमास के चलते बीते एक महीने से शादी-विवाह जैसे शुभ और मांगलिक कार्य नहीं हो पा रहे थे लेकिन 14 जनवरी को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही खरमास खत्म हो गया शुभ कार्यों पर लगी पाबंदी हट गई। अब लोग बिना चिंता के शादी-विवाह और सगाई जैसे शुभ कार्य संपन्न कर सकेंगे।
आज से शादी का पहला मुहुर्त
खरमास खत्म होने के बाद 16 जनवरी यानी आज शादी-विवाह का पहला शुभ मुहूर्त है। 16 जनवरी से लेकर देवशयनी एकादशी तक लगातार शहनाइयां गूंजेंगी। देवशयनी एकादशी 29 जून 2023 को है। जानिए जनवरी से लेकर जून तक शादी- विवाह को लेकर शुभ तिथियां
बसंत पंचमी शादी-विवाह के लिए श्रेष्ठ तिथि
इस वर्ष बसंत पंचमी का त्योहार 26 जनवरी को मनाया जाएगा। शादी-विवाह के लिए यह एक अबूझ तिथि मानी जाती है। ऐसा कहते हैं कि इस दिन जो भी लोग वैवाहिक जीवन की शुरुआत करते हैं, उनका दाम्पत्य जीवन सुखमय रहता है। बसंत पंचमी के दिन विभिन्न संगठन और सामाजिक संस्थाओं द्वारा सामूहिक विवाह सम्मेलनों का आयोजन भी कराया जाता है।
जनवरी में विवाह की शुभ तिथियां
16 जनवरी विवाह की पहली शुभ तिथि बताई गई है। इसके बाद 16, 18, 19, 25, 26, 27, 30 और 31 जनवरी विवाह संपन्न कराने के लिए सबसे अच्छी तिथियां होंगी।
फरवरी में विवाह की शुभ तिथियां
साल के दूसरे महीने फरवरी की पहली तारीख विवाह की शुभ तिथि बताई गई है। इसके बाद 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 22, 23 और 28 फरवरी को भी शहनाइयां गूंजेंगी।
मार्च में विवाह की शुभ तिथियां
साल के तीसरे महीने की 1, 5, 6, 9, 11 और 13 तारीख को शादी-विवाह जैसे शुभ और मांगलिक कार्य संपन्न किए जा सकेंगे।
15 मार्च से फिर लगेगा खरमास
हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्च से अप्रैल महीने के बीच एक बार फिर खरमास लगेगा. 15 मार्च को जब सूर्य कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे तो खरमास लग जाएगा. यानी 15 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक खरमास के चलते एक बार फिर शादी-विवाह के कार्यक्रम रुक जाएंगे.
अप्रैल में गुरु अस्त
अप्रैल के पूरे महीने शादी-विवाह बंद रहेंगे। दरअसल देव गुरु बृहस्पति 1 अप्रैल 2023 से लेकर 03 मई 2023 तक अस्त रहेंगे। इस अवधि में भी हिंदू धर्म में शादी-विवाह जैसे शुभ कार्यों पर रोक लगी रहेगी।
मई में विवाह की शुभ तिथियां
इसके बाद साल के पांचवें महीने में फिर से शादी-विवाह के कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। इस महीने 6, 8, 9, 11, 15, 16, 20, 21, 22, 27, 29 औ 30 मई की तारीख शादी-विवाह के लिए बहुत शुभ रहेगी।
जून में विवाह की शुभ तिथियां
साल के छठे महीने जून में भी शादी-विवाह के कार्य संपन्न करने के शुभ अवसर मिलेंगे। इस महीने की 1, 3, 5, 6, 7, 11, 12, 23, 24, 26 और 27 जून शादी विवाह के लिए बहुत ही शुभ तिथियां मानी जा रही है।