कुश्ती संघ और पहलवानों के विवाद में हरियाणा के 2 दिग्गज रेसलर आमने-सामने हो गए हैं। योगेश्वर दत्त ने ओलिंपिक मेडलिस्ट रेसलर साक्षी मलिक की चुप्पी पर सवाल खड़े किए हैं।
योगेश्वर ने कहा- रेसलिंग फेडरेशन में भी कमेटी थी, जो महिलाओं के मामले देखती थी। उसकी सदस्य साक्षी मलिक हैं। उनके सामने ऐसी बात थी तो उन्होंने कभी SAI, खेल मंत्रालय, गृह मंत्रालय को क्यों नहीं बताया कि यहां पर महिलाओं का यौन शोषण होता है। 2-3 दिन पहले हमें ये बातें पता लगी हैं। योगेश्वर दत्त ने कहा कि पहलवानों को इसकी पुलिस को शिकायत देकर FIR दर्ज करवानी चाहिए। वे यह भी बोले कि अगर बहन-बेटी से यौन उत्पीड़न हुआ है तो कोर्ट उसकी सजा देगा, पूरा देश भी यही चाहता है
बता दें कि पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों वाले मामले में खेल मंत्रालय ने जो कमेटी बनाई है, योगेश्वर दत्त उस जांच कमेटी के सदस्य हैं। वहीं धरने के दौरान विनेश फोगाट ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा था कि योगेश्वर दत्त खुद रेसलिंग फेडरेशन की गोद में बैठे हैं। हालांकि दत्त ने इस बात का जवाब भी दिया था कि सब जानते हैं, कौन किसकी गोद में बैठा है।
विनेश के साथ साक्षी मलिक
रेसलर साक्षी मलिक इस वक्त विनेश फोगाट के साथ हैं। विनेश फोगाट ने ही भारतीय कुश्ती संघ(WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। विनेश के साथ धरने में बजरंग पूनिया के अलावा साक्षी मलिक ही प्रमुखता से नजर आई। वह लगातार विनेश के साथ दिल्ली के जंतर-मंतर में धरने पर भी बैठी।
यह है वह कमेटी, जिसकी साक्षी मलिक मेंबर
खेल मंत्रालय को भेजे जवाब में WFI ने कहा था कि यौन उत्पीड़न के संबंध में शिकायतों की सुनवाई के लिए WFI ने पहले से ही एक ‘यौन उत्पीड़न समिति’ का गठन किया है, जिसमें 5 लोग मुख्य रूप से शामिल हैं। इनके अध्यक्ष WFI के महासचिव वीएन प्रसाद, संयोजक संघ के संयुक्त सचिव ओलिंपियन जयप्रकाश के अलावा सदस्यों के तौर पर कार्यकारिणी मेंबर विशाल सिंह, देबेंद्र कुमार साहू और अर्जुन व ध्यानचंद पुरस्कार विजेता साक्षी मलिक शामिल हैं।