हिमाचल किसान नेकराम शर्मा को कृषि क्षेत्र में नेक कार्य के लिए मिलेगा पदम श्री

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हिमाचल की शान बने किसान नेकराम शर्मा को केंद्र सरकार द्वारा पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 25 जनवरी को पद्म पुरस्कार विजेताओं के नामों का ऐलान किया है। इसमें कृषि क्षेत्र में हिमाचल में जिला मंडी के तहत करसोग के नांज़ गांव के नेकराम शर्मा को भी पद्मश्री से नवाजा जाएगा। नेकराम शर्मा पिछले करीब 20 सालों से प्राकृतिक खेती से जुड़े हैं और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद 9 अनाजों की पारंपरिक फसल प्रणाली को पुनर्जीवित करने का नेक कार्य कर रहे हैं। जिसके लिए नेकराम शर्मा को पद्मश्री से नवाजा जाएगा। केंद्र सरकार के इस ऐलान से करसोग क्षेत्र में खुशी की लहर है और नेकराम शर्मा को इस सम्मान के लिए लगातार लोगों से बधाइयां मिल रही है

1992 से प्राकृतिक खेती से जुड़े हैं
नाज़ गांव के साधारण परिवार में जन्मे नेकराम शर्मा वर्ष 1992 से प्राकृतिक खेती से जुड़े हैं। इससे पहले नेकराम शर्मा रसायनिक खेती करते थे, लेकिन लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहे दुष्प्रभाव को देखते हुए नेकराम शर्मा ने जहर वाली खेती को छोड़कर करीब 20 साल पहले 6 बीघा भूमि पर प्राकृतिक खेती की तकनीक से जुड़ने के लिए कदम बढ़ाए। इसके लिए उन्होंने सोलन में स्थित डॉ. यशवंत सिंह परमार उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के प्रोफेसर डॉ जेपी उपाध्याय से ट्रेनिंग के दौरान प्राकृतिक खेती के टिप्स लिए। इसके अतिरिक्त नेकराम शर्मा ने बेगलुरु में स्थित कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय धारवाड़ से भी प्राकृतिक खेती की तकनीक की जानकारी हासिल की।

20 हजार किसानों को कर चुके हैं प्रेरित
प्राकृतिक खेती से जुड़े नेकराम शर्मा प्रदेश भर में 20 हजार किसानों को खेती के लिए प्रेरित कर चुके हैं। नेकराम शर्मा 9 अनाजों की पारंपरिक फसल प्रणाली को पुनर्जीवित करने का नेक कार्य कर रहे हैं। इसमें देश व प्रदेश के लुफ्त होते पारंपरिक अनाज जैसे कागणी, कोदरा, सोक, ज्वार आदि अनाजों सहित मोटे अनाज जैसे देसी मक्की व जौ आदि शामिल है। इसी तरह से नेकराम शर्मा दाल कोलथी के संरक्षण का भी कार्य कर रहे है। ये अनाज न केवल खाने में पौष्टिक है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इन अनाजों से कैंसर जैसी बीमारियों से मुक्ति मिलती है। आज उसी का ही परिणाम है कि इन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया जा रहा है।

करसोग के नाज़ गांव में जन्मे है किसान नेकराम
नेकराम शर्मा का जन्म 1 मई 1964 को करसोग नांज़ गांव में हुआ। उनके पिता का नाम जालम राम शर्मा और माता का नाम कमला देवी है। दोनों ही अब इस दुनिया में नही है। नेकराम शर्मा की पत्नी का राम कली शर्मा है। उनके एक बेटा और दो बेटियां हैं। बेटे का नाम जीतराम शर्मा और बेटियों का नाम सुरेशा और दीपा है। नेकराम शर्मा की पत्नी रामकली शर्मा का भी पति की इस उपलब्धि को हासिल करने में बहुत बड़ा योगदान है।

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