पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने शुक्रवार को गैंगस्टर राजवीर सिंह उर्फ रवि राजगढ़ को गिरफ्तार कर लिया। टीम ने गुप्त सूचना मिलने के बाद गैंगस्टर को धर दबोचा। उससे एक चाइनीज पिस्टल भी बरामद किया गया। ये गैंगस्टर A कैटेगरी का है। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में इस गैंगस्टर की भूमिका संदिग्ध है। राजवीर मूसेवाला हत्याकांड में कई राज खोल सकता है।
लॉरेंस बिश्नोई के भाई को दुबई भेजने में की मदद
राजवीर रवि लुधियाना जिला के कस्बा दोराहा के गांव राजगढ़ का रहने वाला है। उसने लॉरेंस के भाई अनमोल को दुबई भेजने के लिए 25 लाख रुपए लुधियाना के ट्रांसपोर्टर बलदेव चौधरी को दिए थे। लॉरेंस का रंगदारी का काला कारोबार यही संभालता रहा है।
ट्रांसपोर्टर बलदेव चौधरी ने ही जयपुर में लॉरेंस के भाई अनमोल को जाली पासपोर्ट बनवा कर दिया और दुबई भेजा। पुलिस जांच में सामने आया था कि अनमोल 2021 नवंबर में दुबई गया था। राजवीर रवि पर अभी तक 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं। मूसेवाला की हत्या के बाद से ही पुलिस गैंगस्टर रवि की तलाश में जुटी हुई थी। इसे लॉरेंस गैंग की मजबूत कड़ी माना जाता है।
1 वर्ष से चल रही थी मूसेवाला के हत्यकांड की साजिश
केस हिस्ट्री के मुताबिक, मूसेवाला के कत्ल की साजिश करीब 1 वर्ष से चल रही थी। इसलिए रवि के घर गांव राजगढ़ में NIA ने भी कई बार छापामारी की, ताकि आतंकवादियों, गैंगस्टरों के बीच सांठगांठ का पता लगाया जा सके और ड्रग मनी या ड्रग्स बरामद हो सके। गैंगस्टर के लिंक पाकिस्तान से होने का शक NIA को पहले से है, इसलिए टीम ने इसके घर पर दबिश दी थी। उस समय रवि राजगढ़ घर पर नहीं मिला था। बदमाश काफी लंबे समय से फरार था।
लुधियाना जेल में करता रहा मारपीट
गैंगस्टर रवि राजगढ़ जब 2013 में लुधियाना सेंट्रल जेल में बंद था तो उसने जेल अधिकारियों के साथ भी मारपीट की थी। उसके खिलाफ थाना डिवीजन नंबर 7 में मामला दर्ज हुआ है। वह 2011 की हत्या के एक मामले में दोषी है। इस मामले में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। अधिकारियों के मुताबिक, रवि राजगढ़ की विक्की गौंडर गैंग से रंजिश थी। सितंबर 2016 में दोनों गिरोह रोपड़ जेल में भिड़ गए थे।