1 जनवरी 2023 को पंजाब भाषा विभाग की 75वीं वर्षगांठ है। उच्च शिक्षा एवं भाषा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने इसका लोगो जारी किया। एक जनवरी को पटियाला स्थित भाषा भवन के मुख्य कार्यालय समेत अन्य सभी जि़ला भाषा कार्यालयों में विशेष प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे।
मंत्री मीत हेयर ने बताया कि 1 जनवरी 1948 को पंजाबी सेक्शन के नाम से स्थापित यह विभाग साल 1949 में पंजाबी विभाग और साल 1956 से भाषा विभाग, पंजाब के नाम से जाना जाता है। विभाग अब तक 1632 पुस्तकों का प्रकाशन कर चुका है। इसमें पंजाबी भाषा में होने वाला पहला कार्य कोष रचना और पंजाबी विश्व शब्दकोश है। छात्रों एवं शोधकर्ताओं की सुविधा के लिए करीब 35 शब्दावलियां पंजाबी भाषा में छापकर एक अनूठा कार्य किया गया है।
साइन बोर्ड पर पंजाबी भाषा को प्राथमिकता
पंजाबी की दुर्लभ रचनाएं जैसे- महान कोश, पंजाब की लोक कहानियां, गुलसितां बोस्तां, शहीदान-ए-वफा आदि प्रकाशित की गई। मंत्री मीत हेयर ने कहा कि राज्य सरकार भाषाओं के विकास और पंजाबी मातृभाषा को बनता मान-सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है। हाल ही में मनाए गए पंजाबी माह के दौरान CM द्वारा राज्य में सभी बोर्डों पर सबसे पहले पंजाबी भाषा को प्राथमिकता देने की घोषणा की गई।
4 पत्रिकाएं प्रकाशित कर रहा भाषा विभाग
भाषा विभाग द्वारा पंजाबी, हिन्दी, संस्कृत और उर्दू भाषाओं के विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य करते हुए अलग-अलग भाषाओं में 4 पत्रिका प्रकाशित की जाती हैं। मीत हेयर ने पंजाबियों को भाषा विभाग का स्थापना दिवस सामूहिक रूप में मनाने का न्योता दिया।