एनआईए ने मई 2022 में मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर आरपीजी हमले के मुख्य शूटर दीपक रंगा को गिरफ्तार किया है। आरपीजी हमले के बाद से ही फरार चल रहे दीपक को बुधवार सुबह गोरखपुर से पकड़ा गया। हरियाणा के झज्जर जिले के गांव सुरकपुर का रहने वाला दीपक रंगा कनाडा स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा और पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा का करीबी सहयोगी है। आरपीजी हमले में शामिल होने के अलावा, दीपक हिंसक हत्याओं सहित कई अन्य हिंसक आतंकवादी और आपराधिक अपराधों में शामिल रहा है। वह सक्रिय रूप से रिंडा और लांडा से आतंकी फंड और रसद सहायता प्राप्त कर रहा है। नेपाल बॉर्डर से हुई गिरफ्तारी गौरतलब है कि NIA ने नेपाल बॉर्डर से दीपक उर्फ रंगा को गिरफ्तार किया है। दीपक रंगा खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा का सहयोगी है। बता दें कि 9 मई को मोहाली में स्टेट इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर RPG हमले के मामले में दीपक रंगा आरोपी था और वो तब से ही फरार चल रहा था। इस गिरफ्तारी के वक्त पंजाब पुलिस भी NIA के साथ मौजूद थी। जानकारी के मुताबिक मोहाली इंटेलिजेंस ऑफिस पर हमले की साजिश पाकिस्तान स्थित हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और कनाडा के लखविंदर सिंह उर्फ लांडा के साथ मिलकर दीपक रंगा ने ही रची थी। साथी रिंदा की भी हुई मौत देश में कई आतंकी वारदातों में शामिल खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा को लेकर नवंबर 2022 में दावा किया गया था कि उसकी पाकिस्तान में मौत हो गई है. बंबीहा गैंग ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि उसने रिंदा को पाकिस्तान में मार गिराया है. वहीं खुफिया एजेंसियों ने रिंदा को लेकर कहा था कि उसकी मौत किडनी फेल होने से हुई है. रिंदा की मौत को झुठलाने की भी हुई थी कोशिश लेकिन इन दोनों ही दावों का खंडन एक फेसबुक पोस्ट के जरिए किया गया. हरविंदर सिंह रिंदा नाम के एक फेसबुक फेसबुक अकाउंट से अगले ही दिन लिखा गया, 'जिंदा हूं मैं'. हालांकि, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इस पोस्ट को भ्रामक बताया और कहा था कि इस पोस्ट के पीछे भी ISI का हाथ है. जांच एजेंसियों ने किया दावा एजेंसियों ने स्पष्ट किया कि बीते 15 दिनों से रिंदा पाकिस्तान के एक अस्पताल में भर्ती था. आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल का सदस्य था. 2022 के मई महीने में मोहाली में पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय पर हुए रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) हमले में उसका नाम आया था. इसके अलावा मई में ही हरियाणा में एक वाहन से हथियार और विस्फोटक जब्त किया गया था. इसके पीछे ही रिंदा का ही हाथ था.