पंजाब के लुधियाना में माता-पिता की मारपीट से तंग आकर 2 छोटी बहनें घर से भाग आईं। जगराओं पुल के पास घूम रही बच्चियों को देखकर ट्रैफिक कर्मचारी परमजीत सिंह और ASI गुरमीत सिंह उन्हें थाना डिवीजन नंबर 2 में ले गए। दोनों बच्ची जालंधर से ट्रेन में बैठकर लुधियाना पहुंची थीं। बच्चियों ने बताया कि उनके माता-पिता शराब पीने के आदि हैं।
सेवा सोसाइटी ने भी पकड़ा था दोनों को
बता दें कि कुछ समय पहले इन्हीं दो बहनों को मनुख्ता की सेवा सोसाइटी ने भी लावारिस हालत में संभाला था। हालांकि बच्चियों के माता-पिता सोसाइटी को यह बात कहकर अपने साथ ले गए थे कि वे उनका पूरा ध्यान रखेंगे। बच्चियों की पहचान अमृत और दिव्या के रूप में हुई। बीती रात भी दोनों ने उनके साथ मारपीट की। जिसके बाद वह जालंधर से ट्रेन में बैठकर लुधियाना पहुंच गईं। बच्चियों ने बताया कि उनका कोई पक्का ठिकाना नहीं है। माता-पिता कभी किसी गांव में ले जाकर रहने लगते हैं तो कभी किसी गांव में रहते हैं।
माता-पिता कहते थे पैसे कमाकर लाओ
बच्ची अमृत ने बताया कि उसकी बहन दिव्या छोटी है। सर्दी के मौसम में माता-पिता दोनों उन्हें घर के बाहर निकाल देते हैं। उन्हें कहते कि पैसे कमाकर या भीख मांग कर लाओ। वह 8वीं कक्षा की छात्रा है। परिजन उसे पढ़ने नहीं देते। वह 2 से 3 बार पहले भी घर से भाग चुकी है। वे अपने माता-पिता के पास वापस नहीं जाना चाहते। थाना डिवीजन नंबर 2 की पुलिस मामले की जांच कर रही है।