पंजाब पुलिस ने इतिहास रच दिया है। पहली बार दो वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी गुरप्रीत कौर दियो और शशि प्रभा द्विवेदी को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पद पर पदोन्नत किया है। दोनों 1993 बैच के उन सात अधिकारियों में शामिल हैं, जिन्हें सरकार ने पदोन्नति दी है। इसके साथ ही गृह विभाग ने उन्हें नई जिम्मेदारी भी सौंपी दी है।
गुरप्रीत कौर दियो पांच सितंबर 1993 को आईपीएस अधिकारी बनी थीं। उन्होंने कई पदों पर काम किया है। वह अतिरिक्त डीजीपी (सामुदायिक मामलों के विभाग और महिला मामले), एडीजीपी-कम-एंटी-ड्रग स्पेशल टास्क फोर्स की प्रमुख, मुख्य सतर्कता अधिकारी, जांच ब्यूरो और एडीजीपी (प्रशासन) और एडीजीपी (अपराध) के रूप में सेवाएं दे चुकी हैं। वहीं अब उन्हें स्पेशल डीजीपी कम्युनिटी अफेयर डिवीजन एंड वुमेन मोहाली लगाया गया है।
शशि प्रभा स्पेशल डीजीपी रेलवे बनी
शशि प्रभा द्विवेदी अतिरिक्त डीजीपी (रेलवे) के रूप में तैनात थीं । द्विवेदी पहले महिला और बाल मामलों के अतिरिक्त प्रभार के साथ एडीजीपी (मानव संसाधन विकास) और पंजाब पुलिस चुनाव सेल के नोडल अधिकारी के अतिरिक्त प्रभार के साथ एडीजीपी (लोकपाल) के रूप में काम किया है। वहीं, अब उन्हें स्पेशल डीजीपी रेलवे लगाया गया है।
वहीं, अन्य पदोन्नत होने वाले पुलिस अफसरों में ईश्वर सिंह, जितेंद्र कुमार जैन, सतीश कुमार अस्थाना और आर एन ढोके का नाम शामिल है। पंजाब पुलिस में अब डीजीपी स्तर के अधिकारियों की संख्या 17 हो गई है।
पांच पुलिस अधिकारी बने डीआईजी
पंजाब पुलिस के 2009 बैच के पांच अधिकारियों कुलदीप सिंह चहल, नवीन सिंगला, स्वप्न शर्मा, अजय मलूजा और राकेश कुमार कौशल को पदोन्नत कर उप महानिरीक्षक (डीआईजी) बनाया गया है।
पंजाब गृह विभाग द्वारा पदोन्नति आदेश में कहा गया है कि स्वपन शर्मा (अमृतसर ग्रामीण एसएसपी) को इस शर्त के अधीन पदोन्नत किया जा रहा है कि वह दो साल के भीतर एमसीटीपी (मिड करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम) चरण- को पूरा करेंगे। इसके बाद ही उनको वास्तविक वित्तीय लाभ प्राप्त होगा। शनिवार को पंजाब पुलिस में हुए फेरबदल में कुलदीप सिंह चहल को जालंधर का कमिश्नर नियुक्त किया गया था। जबकि नवीन सिंगला पहले डीआईजी प्रशासन का काम देख रहे थे। उन्हें डीआईजी इंटेलिजेंस लगाया गया है।