26 जनवरी की परेड में नहीं दिखेगी पंजाब, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली की झांकी

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इस बार गणतंत्र दिवस परेड में 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 23 झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी। इनके अलावा केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की छह झांकियां भी परेड में शामिल होंगी। ये झांकियां देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक और सामाजिक प्रगति और आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को दर्शाती हैं। लेकिन इस साल गणतंत्र दिवस परेड में पंजाब की झांकी हिस्सा नहीं लेगी। 
रक्षा मंत्रालय ने पंजाब, हिमाचल और दिल्ली की झांकी को नहीं दी मंजूरी

दरअसल रक्षा मंत्रालय ने पंजाब और दिल्ली की झांकी को मंजूरी नहीं दी है। रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली परेड में दिल्ली प्रदेश, पंजाब और हिमाचल समेत कई अन्य राज्यों की झांकियां नहीं दिखेंगी। हालांकि इन राज्यों की झांकियों को मंजूरी न देना भेदभाव भी बताया जा रहा है। क्योंकि इन राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं है और इसलिए ये भी कहा जा रहा है कि इसी वजह से इन राज्यों की झांकियों को परेड में नहीं आने दिया जा रहा। इस बार गणतंत्र दिवस परेड में 16 राज्यों और विभिन्न मंत्रालयों की झांकियां निकलेगी।

इन राज्यों की ये रहेगी थीम

गुजरात - आपको बता दें कि इस साल की परेड 26 जनवरी को गुजरात की झांकी अक्षय ऊर्जा स्रोतों पर फोकस के साथ सांस्कृतिक परंपरा और वैज्ञानिक सोच के फ्यूजन को प्रदर्शित करेगी।

जम्मू-कश्मीर की झांकी धार्मिक और मनोरंजक पर्यटन की संभावनाओं को प्रदर्शित करेगी। इस साल इसकी थीम होगी- न्यू जम्मू एंड कश्मीर।

उत्तर प्रदेश की झांकी तीन दिवसीय रोशनी के त्योहार का प्रदर्शन करेगी। प्रदेश में 2017 से दीप उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। झांकी में अयोध्या के प्रमुख मंदिरों की सरयू आरती और साज-सज्जा को प्रदर्शित किया जाएगा। हरियाणा की झांकी भगवत गीता पर आधारित होगी। इसमें भगवान कृष्ण को अर्जुन के सारथी और गीता का ज्ञान देने वाले के रूप में दिखाया जाएगा।

असम की झांकी में लोचित बोरफंकन को एक नाव पर दिखाया जाएगा और मां कामाख्या मंदिर को भी प्रदर्शित किया जाएगा। 

केरल की झांकी राज्य में महिला सशक्तिकरण की लोक परंपरा को प्रमुखता देगी। 

पश्चिम बंगाल की झांकी में दिखेगी दुर्गा पूजा; महाराष्ट्र की झांकी आजादी का अमृत महोत्सव की पृष्ठभूमि तैयार करेगी, जिसमें राज्य की मंदिर शैली और लोक कला पर प्रकाश डाला जाएगा।

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